Green tea पिने के फायदे
By Anand Banger
ग्रीन टी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है.
और ग्रीन टी आजकल बहुत तेजी से लोकप्रिय हो रही है. ग्रीन टी को कैमिला साइनेंसिस की पत्तियों को सुखाकर बनाया जाता है. तो आइए आज हम जानते हैं कि ग्रीन टी (हरी चाय) के क्या-क्या फायदे हैं और इसके क्या-क्या नुकसान हैं. इसे कितनी मात्रा में पीना चाहिए।
1. ग्रीन टी हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है.
2. ग्रीन टी कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकती है. ग्रीन टी नियमित पीने से मूत्राशय के कैंसर की आशंका नहीं के बराबर रह जाती है.
3. ग्रीन टी ब्लडप्रेशर को नियन्त्रण में रखता है
इसे पीने से दिल का दौरा पड़ने की सम्भावना कम हो जाती है.
4. अगर आप हर दिन दो-तीन कप से ज्यादा ग्रीन टी पियेंगे तो यह आपको नुकसान पहुंचाएगी.
5. दांत के रोग फैलाने वाले बैक्टीरिया को ग्रीन टी खत्म कर देती है. यह मुंह में बदबू पैदा करने वाली बैक्टीरिया के विकास को कम कर देती है
6. हरी चाय शरीर में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है, यह उच्च इन्सुलिन स्पाईक्स और वसा भण्डारण को रोक सकता है जिससे रक्त शर्करा नियंत्रित रहती है.
7. हरी चाय रक्त वाहिकाओं में खून के थक्के के गठन को रोकने में मदद करती है जिससे दिल के दौरे पड़ने से बचा जा सकता है. अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक जरनल में प्रकाशित अध्ययन में यह निष्कर्ष निकला है कि हरी चाय में कैटेचिन, पोल्य्फेनोलिक यौगिक के होने से इसका सेवन जो व्यक्ति करते है उनमे ह्रदय रोग से मृत्यु की दर कम होती है.
8. राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के अनुसार हरी चाय में पोल्य्फोनेओल्स की मौजूदगी पराबैगनी किरण यूवीबी विकिरण के कारण होने वाले नुकसान से बचा सकती है. कुछ अध्ययनों में निम्न प्रकार के कैंसर पर हरी चाय के सकारात्मक प्रभाव को दिखाया गया है जिनमे शामिल है- स्तन कैंसर, मूत्राशय, डिम्बग्रंथि, आंत्र, गले, फेफड़ा, त्वचा और पेट के कैंसर से बचाव में हरी चाय सहायक होती है.
9. 2011 में प्रकाशित एक अध्ययन के विश्लेषण में पाया गया है कि हरे रंग की चाय का उपयोग पेय या कैप्सूल के रूप में उपयोग करने से कोलेस्ट्रोल की मात्रा में कमी पाई गयी है.
यादाश्त को बढ़ाने में मददगार : साइकोफार्माकोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित शोध से पता चला है कि हरी चाय हमारे मस्तिष्क के संज्ञानात्मक कार्यो को बढ़ा देती है. हरी चाय के सेवन से अल्जाइमर रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है.
Green tea side effects
1. गर्भवती या स्तनपान करने वाली महिला को प्रतिदिन 2 कप से ज्यादा हरी चाय का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योकि इसमें मौजूद कैफ़ीन से गर्भपात और बच्चों में जन्म दोष का खतरा बढ़ सकता है.
2. हरी चाय के अत्यधिक सेवन से एनीमिया का ख़तरा बढ़ सकता है.
3 : हरी चाय में मौजूद कैफ़ीन मानसिक चिंता या विकार की समस्या बढ़ा सकता है.
4. कैफ़ीन की मौजूदगी मधुमेह, ह्रदय समस्या, खून के बहाव और ज़िगर की बीमारी की समस्या को बढ़ा सकती है.
5. हरी चाय पीने से कैल्सियम की मात्रा बढ़ जाती है जो मूत्र में फ़ैल जाती है और जो शरीर के लिए नुकसानदायक होता है.
By Anand Banger
ग्रीन टी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है.
और ग्रीन टी आजकल बहुत तेजी से लोकप्रिय हो रही है. ग्रीन टी को कैमिला साइनेंसिस की पत्तियों को सुखाकर बनाया जाता है. तो आइए आज हम जानते हैं कि ग्रीन टी (हरी चाय) के क्या-क्या फायदे हैं और इसके क्या-क्या नुकसान हैं. इसे कितनी मात्रा में पीना चाहिए।
1. ग्रीन टी हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है.
2. ग्रीन टी कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकती है. ग्रीन टी नियमित पीने से मूत्राशय के कैंसर की आशंका नहीं के बराबर रह जाती है.
3. ग्रीन टी ब्लडप्रेशर को नियन्त्रण में रखता है
इसे पीने से दिल का दौरा पड़ने की सम्भावना कम हो जाती है.
4. अगर आप हर दिन दो-तीन कप से ज्यादा ग्रीन टी पियेंगे तो यह आपको नुकसान पहुंचाएगी.
5. दांत के रोग फैलाने वाले बैक्टीरिया को ग्रीन टी खत्म कर देती है. यह मुंह में बदबू पैदा करने वाली बैक्टीरिया के विकास को कम कर देती है
6. हरी चाय शरीर में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है, यह उच्च इन्सुलिन स्पाईक्स और वसा भण्डारण को रोक सकता है जिससे रक्त शर्करा नियंत्रित रहती है.
7. हरी चाय रक्त वाहिकाओं में खून के थक्के के गठन को रोकने में मदद करती है जिससे दिल के दौरे पड़ने से बचा जा सकता है. अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक जरनल में प्रकाशित अध्ययन में यह निष्कर्ष निकला है कि हरी चाय में कैटेचिन, पोल्य्फेनोलिक यौगिक के होने से इसका सेवन जो व्यक्ति करते है उनमे ह्रदय रोग से मृत्यु की दर कम होती है.
8. राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के अनुसार हरी चाय में पोल्य्फोनेओल्स की मौजूदगी पराबैगनी किरण यूवीबी विकिरण के कारण होने वाले नुकसान से बचा सकती है. कुछ अध्ययनों में निम्न प्रकार के कैंसर पर हरी चाय के सकारात्मक प्रभाव को दिखाया गया है जिनमे शामिल है- स्तन कैंसर, मूत्राशय, डिम्बग्रंथि, आंत्र, गले, फेफड़ा, त्वचा और पेट के कैंसर से बचाव में हरी चाय सहायक होती है.
9. 2011 में प्रकाशित एक अध्ययन के विश्लेषण में पाया गया है कि हरे रंग की चाय का उपयोग पेय या कैप्सूल के रूप में उपयोग करने से कोलेस्ट्रोल की मात्रा में कमी पाई गयी है.
यादाश्त को बढ़ाने में मददगार : साइकोफार्माकोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित शोध से पता चला है कि हरी चाय हमारे मस्तिष्क के संज्ञानात्मक कार्यो को बढ़ा देती है. हरी चाय के सेवन से अल्जाइमर रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है.
Green tea side effects
1. गर्भवती या स्तनपान करने वाली महिला को प्रतिदिन 2 कप से ज्यादा हरी चाय का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योकि इसमें मौजूद कैफ़ीन से गर्भपात और बच्चों में जन्म दोष का खतरा बढ़ सकता है.
2. हरी चाय के अत्यधिक सेवन से एनीमिया का ख़तरा बढ़ सकता है.
3 : हरी चाय में मौजूद कैफ़ीन मानसिक चिंता या विकार की समस्या बढ़ा सकता है.
4. कैफ़ीन की मौजूदगी मधुमेह, ह्रदय समस्या, खून के बहाव और ज़िगर की बीमारी की समस्या को बढ़ा सकती है.
5. हरी चाय पीने से कैल्सियम की मात्रा बढ़ जाती है जो मूत्र में फ़ैल जाती है और जो शरीर के लिए नुकसानदायक होता है.
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