Clouds amaging fact
बादलों के बारे में रोचक तथ्य
By Anand Banger
आकाश में आपने बादल तो देखे ही होंगे जो कई रंगों से बने होते हैं जैसे सफेद बादल , भूरे बादल और काले रंग के बादल।
बादल ज्यादातर पानी और बर्फ के हल्के कणों से मिलकर बने होते हैं।
आप को बता दे बादल 4 तरह के होते हे।
1,सिरस बादल
2 , क्युमुलस बादल
3 , स्ट्रेट्स बादल
4, निम्बो स्ट्रेटस बादल
आज हम आपको बादलो के बारे में कुछ रोचक् जानकारी बताते हे।
1.- बादल मुख्य रूप से हवा के रुद्धोष्म (Adiabatic) प्रक्रिया के माध्यम से ठंडे होने पर उसके तापमान के ओसांक से नीचे गिरने से बनते हैं ।
2, ऐसा नही है कि बादलों में वजन नही होता, एक बादल का वजन लगभग 5 लाख किलो यानि एक हवाई जहाज़ या 100 हाथियों के बराबर होता है. यह 1-1.5 किलोमीटर लंबा-चौड़ा हो सकता है.
3, स्तरी बादल परतदार चादर जैसे लगते हैं । यह बादल दो या तीन किलोमीटर की ऊंचाई में पाये जाते हैं।
4, किसी भी समय पृथ्वी का आधार भाग बादलों से आच्छादित रहता है लेकिन उसके 3 प्रतिशत भाग पर
5, बादल बनने में कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटे तक लग सकते है. ये लंबे और चौड़े किसी भी आकार के हो सकते है।
6, बादल सूर्य की रोशनी को रिफ्लेक्ट करते है इसलिए सफेद दिखाई देते है।
7, धुंध भी एक तरह का बादल ही है और यह जमीन के बहुत करीब होता है. धुंध में चलना.. बादलों में चलने जैसा ही है।
8, -बादल सौर विकिरण का अवशोषण और परावर्तन दोनों करते हैं ।
9, -भूमध्यरेखीय प्रदेश में दिखने वाला मेघ कपासी वर्षा करता है
10, बादल 146 फीट प्रति सेकंड की स्पीड से दौड़ सकते है यानि एक बादल को दिल्ली से मुंबई पहुंचने में 9 घंटे लगेगे।
11, जिस भी ग्रह पर वातावरण है वहाँ बादल है.. लेकिन पानी के नही. शुक्र ग्रह पर sulphur oxide और आपको जानकर हैरानी होगी कि शनि और बृहस्पति ग्रह पर अमोनियों के बादल है.
12, फ्लाइट का लेट या रद्द होना ‘Cumulonimbus‘ बादलों की वजह से होता है. यह बिजली कड़काने से लेकर.. तूफान, ओले और कभी-कभी बवंडर भी लाने में सक्षम है।
13, नक्षत्रमंडल बादल (Noctilucent Clouds) 75 से 85 km की ऊँचाई पर होते है. ये इतने ऊँचे है कि रात को भी सूर्य की रोशनी को रिफ्लेक्ट करते रहते है।
14, ईरान में बादलों को भाग्यशाली माना जाता है. यहाँ किसी को आशीर्वाद देते समय ‘Your sky is always filled with clouds.’ कहा जाता है।
15, अरबो पानी की बूंदो के साथ बादल बहुत मोटे हो जाते है तब सूर्य की रोशनी इनमें चमक नही पाती और ये स्लेटी नज़र आने लगते है. बादलों के स्लेटी होते ही हमे समझ जाना चाहिए कि बारिश होने वाली है।
16, बाद्ल बहुत छोटी-छोटी यानि 1 माइक्रोन साइज़ जितनी बूंदो से मिलकर बना होता है. बूँद इतनी हल्की होने के कारण gravity को सही से रिस्पोंड नही करती और यही बात पूरे बादल पर भी लागू होती है।
17, बाद्ल चलते है और इनके चलने का कारण हवा है. धरती हमेशा एक ही दिशा में घूमती है लेकिन बादल नही. अगर बादल नही चलते तो ये भी पृथ्वी की तरह एक ही दिशा में घूमते. लेकिन हाँ, पृथ्वी का घूमना बादलों के चलने को थोड़ा बहुत प्रभावित जरूर करता है।
बादलों के बारे में रोचक तथ्य
By Anand Banger
आकाश में आपने बादल तो देखे ही होंगे जो कई रंगों से बने होते हैं जैसे सफेद बादल , भूरे बादल और काले रंग के बादल।
बादल ज्यादातर पानी और बर्फ के हल्के कणों से मिलकर बने होते हैं।
आप को बता दे बादल 4 तरह के होते हे।
1,सिरस बादल
2 , क्युमुलस बादल
3 , स्ट्रेट्स बादल
4, निम्बो स्ट्रेटस बादल
आज हम आपको बादलो के बारे में कुछ रोचक् जानकारी बताते हे।
1.- बादल मुख्य रूप से हवा के रुद्धोष्म (Adiabatic) प्रक्रिया के माध्यम से ठंडे होने पर उसके तापमान के ओसांक से नीचे गिरने से बनते हैं ।
2, ऐसा नही है कि बादलों में वजन नही होता, एक बादल का वजन लगभग 5 लाख किलो यानि एक हवाई जहाज़ या 100 हाथियों के बराबर होता है. यह 1-1.5 किलोमीटर लंबा-चौड़ा हो सकता है.
3, स्तरी बादल परतदार चादर जैसे लगते हैं । यह बादल दो या तीन किलोमीटर की ऊंचाई में पाये जाते हैं।
4, किसी भी समय पृथ्वी का आधार भाग बादलों से आच्छादित रहता है लेकिन उसके 3 प्रतिशत भाग पर
5, बादल बनने में कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटे तक लग सकते है. ये लंबे और चौड़े किसी भी आकार के हो सकते है।
6, बादल सूर्य की रोशनी को रिफ्लेक्ट करते है इसलिए सफेद दिखाई देते है।
7, धुंध भी एक तरह का बादल ही है और यह जमीन के बहुत करीब होता है. धुंध में चलना.. बादलों में चलने जैसा ही है।
8, -बादल सौर विकिरण का अवशोषण और परावर्तन दोनों करते हैं ।
9, -भूमध्यरेखीय प्रदेश में दिखने वाला मेघ कपासी वर्षा करता है
10, बादल 146 फीट प्रति सेकंड की स्पीड से दौड़ सकते है यानि एक बादल को दिल्ली से मुंबई पहुंचने में 9 घंटे लगेगे।
11, जिस भी ग्रह पर वातावरण है वहाँ बादल है.. लेकिन पानी के नही. शुक्र ग्रह पर sulphur oxide और आपको जानकर हैरानी होगी कि शनि और बृहस्पति ग्रह पर अमोनियों के बादल है.
12, फ्लाइट का लेट या रद्द होना ‘Cumulonimbus‘ बादलों की वजह से होता है. यह बिजली कड़काने से लेकर.. तूफान, ओले और कभी-कभी बवंडर भी लाने में सक्षम है।
13, नक्षत्रमंडल बादल (Noctilucent Clouds) 75 से 85 km की ऊँचाई पर होते है. ये इतने ऊँचे है कि रात को भी सूर्य की रोशनी को रिफ्लेक्ट करते रहते है।
14, ईरान में बादलों को भाग्यशाली माना जाता है. यहाँ किसी को आशीर्वाद देते समय ‘Your sky is always filled with clouds.’ कहा जाता है।
15, अरबो पानी की बूंदो के साथ बादल बहुत मोटे हो जाते है तब सूर्य की रोशनी इनमें चमक नही पाती और ये स्लेटी नज़र आने लगते है. बादलों के स्लेटी होते ही हमे समझ जाना चाहिए कि बारिश होने वाली है।
16, बाद्ल बहुत छोटी-छोटी यानि 1 माइक्रोन साइज़ जितनी बूंदो से मिलकर बना होता है. बूँद इतनी हल्की होने के कारण gravity को सही से रिस्पोंड नही करती और यही बात पूरे बादल पर भी लागू होती है।
17, बाद्ल चलते है और इनके चलने का कारण हवा है. धरती हमेशा एक ही दिशा में घूमती है लेकिन बादल नही. अगर बादल नही चलते तो ये भी पृथ्वी की तरह एक ही दिशा में घूमते. लेकिन हाँ, पृथ्वी का घूमना बादलों के चलने को थोड़ा बहुत प्रभावित जरूर करता है।
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