Monday, 30 October 2017

Amazing fact about Psychology

Fact about Psychology


By Anand Banger

1. जो लोग ताना समझने में बढ़िया होते हैं वो अक्सर दिमाग पढ़ने में अच्छे होते हैं.

 2. जो लोग बहुत अधिक कसम खातें हैं, उनकी दोस्ती सच्ची और ईमानदार होती हैं.

 3. Chocolate खाने और Online shopping करने की लत किसी नशे से भी ज्यादा होती हैं.

4. आप जो कपड़े पहनते हैं उनका सीधा असर आपके मूड पर होता हैं इसलिए अच्छे कपड़े पहनो और ज्यादा खुश रहो.

 5. आप जिस व्यक्ति से जितनी अधिक बात करते हैं उसके साथ प्यार में पड़ने की संभावना उतनी ही ज्यादा हो जाती हैं.

6. जो आदमी Serial killers को खूब पसंद करते हैं वो अधिक बातूनी होते हैं.

 7. अगर आप किसी को बात बता रहे हों और वो चुप हैं, तो इसका मतलब हैं वो आपकी बात सुनना नही चाहता.

 8. जिन महिलाओं के दोस्त आसानी से नही बनते, उनका “IQs Level” High होता हैं.

9. ऑनलाइन डेटिंग और ऑनलाइन खरीदारी के मनोवैज्ञानिक सिद्धांत एक सामान हैं.

10. जो लोग अच्छी धूप लेते हैं वो दूसरों के मुकाबले ज्यादा खुश रहते हैं.

11. अगर आप किसी चीज को उसके मालिक के रूप में देखते हैं तो उस चीज को खरीदने की संभावना बढ़ जाती हैं.

12. जो लोग परवाह नहीं करने का नाटक करते हैं, वो सबसे अधिक परवाह करते हैं.

13. जो लोग दूसरो की अधिक बुराई करते हैं उनके अंदर confidence की जबरदस्त कमी होती हैं.

14. जो व्यक्ति सभी को खुश रखने की कोशिश करता हैं अंत मे वह सबसे अधिक दुखी होता हैं.

 15. नास्तिक लोग अधिक सेक्स करते हैं. जूनून के लिए नही, बल्कि अपना अधिकार दिखाने के लिए.

 16. जब एक व्यक्ति मर जाता है तो उसका दिमाग 7 मिनट तक जिंदा रहता हैं जिसमे वो अपने जीवन कि सभी यादें एक सपने की तरह देखता हैं.


17. यदि आपका अधिकतर समय Negative thoughts में गुज़र जाता हैं तो इसका कारण आपके अंदर का एक जीन हैं.

18. 80% लोग Music सिर्फ नकरात्मक विचारों से छुटकारा पाने के लिए सुनते हैं.

19. आपकी जीभ की लंबाई का संबंध आपकी सेक्स करने की इच्छा से होता हैं और जो लोग अपनी कोहनी चाट सकते हैं वो नई चीजें करने के इच्छुक ज्यादा होते हैं.

 20. यदि आप किसी से सेक्स करना चाहते हैं तो आपके दिमाग के लिए उसे झूठ बोलना असंभव-सा लगता हैं.

21. कुछ चीज भूल जाने पर आंखे बंद करके उसे याद करने से, वो चीज जल्दी याद आती हैं.

 

Saturday, 28 October 2017

amazing fact about Math

Interesting fact of Math

                Amazing fact about Math

By Anand Banger

1. 2520 ऐसा सबसे छोटा अंक है जो 1 से लेकर 10 तक के सभी अंको से पूरा divide हो सकता हैं.

2. Mathematicians के अनुसार टाई बांधने के 177,147 तरीके हैं.

 3. 259 × 39 × आपकी उम्र = तीन बार आपकी उम्र की संख्या दखाई देगी।

4. अगर एक जगह पर 23 आदमी खड़े है तो उनमें से 2 का जन्मदिन मिलने की संभावना 50% हैं.

5. पुरातन बेबीलोन के लोग गणित को 10 के बजाय 60 के आधार पर करते थे. इसी वजह से Circle में 360° और 1 मिनट में 60 सेकेंड होते हैं.

 6. 1900 में पूरी दुनिया की गणितीय जानकारियों को सिर्फ 80 किताबों में लिखा जा सकता था, लेकिन आज ये 1 लाख से भी ज्यादा किताबें भर सकती हैं.

7. Eratosthenes ने आज से 2200 साल पहले मिस्त्र से बाहर जाए बिना ही धरती की परिधि की गणना गणित की सहायता से कर दी थी.

 8. गणितज्ञ Paul Erdos, 4 साल की उम्र में ही इतना तेज था कि अगर उसे किसी मरे हुए आदमी की उम्र बता देते थे तो वो दिमाग में ही calculation करके ये बता देता था कि आदमी कितने सैकेंड जिया.

9. स्कूल के समय में 74% लडकियाँ विज्ञान, तकनीकी इंजीनियर और गणित में अपनी रूचि दिखाती है लेकिन college के टाईम पर सिर्फ 0.4% लडकियाँ ही computer science लेती हैं.

10. 21978 को 4 से गुणा करने पर उत्तर इस संख्या का उल्टा 87912 आयेगा.

11. 10 सेकेंड पूरे 6 हफ्तों के बराबर हैं 10! मतलब 10 का फैक्टर. 10! = 10×9×8×7×6×5×4×3×2×1=3628800 सेकेंड. जो कि 42 दिन यानि 6 हफ्तों के बराबर हैं.

12. Isaac Newton’s के Mathematica सिद्धांत में एक छोटी सी calculation गलत थी लेकिन 300 साल तक इस पर किसी ने ध्यान नही दिया.

13. सबसे बड़ा primary number 2 करोड़ 20 लाख अंको से भी बड़ा हैं.

14. Newton को calculus की खोज में उतना ही समय लगा था जितना एक विधार्थी को इसे याद करने में लगता हैं.

15. जीरो “0” अकेला ऐसा अंक है जिसे हम रोमन में नही लिख सकते.

16. एक केक को 8 भागों में काटना महज 3 slices से संभव है, क्या आप भी इसे कर के दिखा सकते हैं?

17. 555 को थाईलैंड में “हाहाहा” के तौर पर प्रयोग किया जाता है क्योंकि “फाइव” का उच्चारण वहां “हा” होता हैं.

18. अगर आप Pi के मान “3.14 को पलटकर पीछे से देखें तो वह अंग्रेजी के PIE शब्द की तरह दिखाई देता हैं.

19. सूरजमुखी की कुंडली जैसी संरचना Fibonacci sequence को follow करती हैं.

20. शब्द hundred दूसरे शब्द “hundrath” से लिया गया है जिसका मतलब 120 होता है न कि 100.


Sunday, 22 October 2017

Amazing history about Manya Surve

History about Manya surve

By Anand Banger

मनोहर अर्जुन सुर्वे- Manya Surve आज की दुनिया में कम ही लोग होंगे जो manya surve को नही जानते होंगे।
Manya surve मुंबई के अंडरवर्ल्ड की दुनिया पर छाप छोड़ने वाला वह एक डॉन था। उस समय मन्या अपनी शैतानी हिम्मत और रणनीतिक योजनाओ के लिए जाना जाता था।


मन्या सुर्वे का जन्म 1944 में भारत में महाराष्ट्र राज्य के रत्नागिरी कोकण क्षेत्र के पावस जिले के रंपर गाँव में हुआ था।
 1952 में सुर्वे अपनी माँ और बड़े पिताजी के साथ मुंबई रहने के लिए आ गया था। मुंबई आने के बाद कयी सालो तक वह लोअर परेल की चौल में रहने लगा। मन्या सुर्वे कीर्ति कॉलेज से ग्रेजुएट है और जब उसने कॉलेज में ही छात्रो के साथ एक गैंग का निर्माण किया था, तभी उसे परीक्षा में 78% भी मिले थे।
उस समय मन्या सुर्वे की गैंग में मुख्य रूप से सुमेश देसाई और भार्गव दादा शामिल था। भार्गव मुंबई में दादर के अगर बाज़ार का हत्यारा था। 1969 में मन्या दांडेकर नाम के इंसान की हत्या में शामिल था, जिसमे उसका साथी उसी का चचेरा भाई मन्या पोधकर था।

 इनकी तिकड़ी को पुलिस इंस्पेक्टर ई.एस. दाभोलकर ने जल्द ही गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट ने भी उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

उस समय के सबसे प्रसिद्ध पठान डॉन को पूरी तरह से भयभीत कर दिया था, जो पिछले दो दशको से मुंबई अंडरवर्ल्ड पर राज कर रहे थे। लेकिन पठान ने भी अपनी विरोधी गैंग केसर ग्रुप को पराजित करने के लिए मन्या सुर्वे की सहायता ली थी।

इस गैंग का नेतृत्व दावूद इब्राहीम का बड़ा भाई सबीर कर रहा था। मन्या की सफलता का यही सबसे सुलझा हुआ राज था। उस समय शहर की सबसे मशहूर गैंग भी उससे सहायता लेने के लिए आती थी और ऐसा करते हुए वह दूसरो को ख़त्म कर देता था।

यह मुंबई के उन अंडरवर्ल्ड का पहला पढ़ा-लिखा हिन्दू गैंगस्टर था, जिसका दादर के आगरा बाज़ार में सम्मान किया जाता था।

मुंबई आने के बाद सुर्वे ने गैंग बनाना शुरू की और अपने दो भरोसेदार साथी धारावी के शेख मुनीर और डोम्बिवली के विष्णु पाटिल के साथ एक सशक्त गैंग का निर्माण किया। मार्च 1980 में उनकी गैंग में एक और गैंगस्टर, उदय भी शामिल हो गया।

इस गैंग ने अपनी पहली डकैती 5 अप्रैल 1980 को की, जिसमे उन्होंने एम्बेसडर कार चोरी थी। बाद में पता चला की इसी गाड़ी का उपयोग करी रोड पर लक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी में 5700 रुपये लूटने के लिए किया गया था। 15 अप्रैल को, उन्होंने सामूहिक रूप से हमला किया और शेख मुनीर के दुश्मन शेख अज़ीज़ को मार दिया। 30 अप्रैल को, अपने सामूहिक विरोधी विजय घाडगे का दादर के पुलिस स्टेशन में मार्गरक्षण करते समय उन्होंने पुलिस कांस्टेबल पर छुरा भी खोप दिया।

जेल से निकलने के बाद मन्या ने एक प्लाट ले लिया था और फिर मन्या ने सरकारी मिल्क स्कीम की बोली के पैसो को लूटा और मुंबई अंडरवर्ल्ड में अपनी पहचान बनाई। इसके बाद इसी गैंग ने दयानंद, परशुराम काटकर और किशोर सावंत के साथ मिलकर महिम के बादल बिजली बरखा के पास एक कार की चोरी की। इसके बाद चोरी की यही गाड़ी मुंबई में बांद्रा के नेशनल कॉलेज के पास पायी गई।

मन्या सुर्वे द्वारा की गयी एक और चोरी में कैनरा बैंक से चुराए गये 1.6 लाख भी शामिल है। लेकिन धीरे-धीरे मन्या सुर्वे की आतंकी गतिविधियाँ बढ़ने लगी। इसके बाद वह नारकोटिक्स ट्रैफिकिंग में भी शामिल था, क्योकि मन्या को यकीन था की इस धंधे में वह ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा सकता है।

उसी समय मुंबई पुलिस ने भी अब क्रिमिनल गतिविधियाँ करने वाला लोगो का तमाशा देखना बंद कर दिया था और अब वे उनका एनकाउंटर करने लगे। उस समय पुलिस फ़ोर्स ने इकठ्ठा होकर अंडरवर्ल्ड को एक संदेश भी भेज दिया की : अब वे उनकी गतिविधियों को और ज्यादा सहन नही करेंगे। और इसी के चलते मन्या सुर्वे के ऑपरेशन को शुरू किया। इंस्पेक्टर ईसाक बागवान और राजा ताम्भट ने मन्या सुर्वे के केस को अपने हात में ले लिया था। और उन्होंने मन्या सुर्वे के खिलाफ ऑपरेशन की शुरुवात की और उन्होंने मन्या सुर्वे की गैंग के लोगो को पकड़ना शुरू किया।

22 जून 1981 को पुलिस ने कल्याण के पास की केमिकल कंपनी से शेख मुनीर से गिरफ्त कर लिया। इसके कुछ दिनों बाद ही, पुलिस ने गोरेगाँव के एक लॉज से दयानंद और परशुराम काटकर को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अपनी गिरफ्त से घबराकर मन्या 19 नवम्बर 1981 को भिवंडी चला गया। और जब पुलिस ने मन्या सुर्वे के अपार्टमेंट की छान-बिन की तो उन्हें वहाँ देश में बने अवैध हथियार, ग्रेनेड और गोला-बारूद मिले।

एक सिस्टेमेटिक ऑपरेशन के चलते सुर्वे को आसानी से मार दिया गया। अपने साथी उदय की गिरफ्तारी के बाद मन्या सुर्वे की गैंग में वह अकेला बच गया था, जो जेल में नही था।

कारावास और पलायन :

उन्हें पुणे के येरवडा जेल में रखा गया, जहाँ सुर्वे ने वहाँ दुसरे गैंगस्टर सुहास भटकर उर्फ़ पोत्या भाई के साथ भयंकर प्रतिद्वंदिता विकसित की। इसके बाद सुर्वे की आतंकी रणनीति से परेशान होकर जेल अधिकारियो ने उन्हें रत्नागिरी जेल में स्थनान्तरित कर दिया। वहाँ सुर्वे ने भूख हड़ताल में हिस्सा लिया और इसके चलते स्थानिक अस्पताल में भर्ती करवाने से पहले उनका वजन 20 किलो कम हो गया था। सुर्वे ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया और 14 नवम्बर 1979 को भागने में सफल हुआ और 9 सालो तक जेल में रहने के बाद आख़िर भागकर मुंबई वापिस आ ही गया।

एनकाउंटर :

11 जनवरी 1982 को मन्या वडाला के आंबेडकर कॉलेज जंक्शन से एक टैक्सी से बाहर आ रहा था। कहा जाता है की दावूद इब्राहीम ने ही मुंबई पुलिस को मन्या सुर्वे को मारने की टिप दे रखी थी, कहा जाता है की दावूद ने ही मन्या सुर्वे के लोकेशन की जानकारी पुलिस को दी थी। 1.30 PM बजे 18 क्राइम ब्रांच ऑफिसर अपनी तीन टीम के साथ वहाँ मन्या का इंतजार कर रहे थे। तक़रीबन 20 मिनट बाद जब सुर्वे टैक्सी से अपनी गर्लफ्रेंड को पिक-उप करने के लिए अपनी टैक्सी से उतर रहा था, तभी पुलिस ने उसे देख लिया था।

मन्या ने जब पुलिस स्क्वाड को अपने पास पाया तो सुर्वे ने अपनी रिवाल्वर बाहर निकाली। लेकिन सुर्वे के ट्रिगर दबाने से पहले ही दो पुलिस अधिकारी राजा ताम्बट और ईसाक बागवान ने उनपर प्राणघातक हमला कर दिया, उन्होंने सुर्वे की छाती और कंधे पर पाँच गोलियाँ दाग दी थी।

इसके बाद सुर्वे को तुरंत एम्बुलेंस में डाल दिया गया। कहा जाता है की सियोन अस्पताल जाते समय मन्या सुर्वे बडबडा रहा था की पुलिस ने उन्हें खुद को साबित करने का एक भी मौका नही दिया। बाद में कुछ समय बाद ही उन्होंने अपनी चोटों के सामने घुटने टेक दिए। एक और आश्चर्यजनक बात यह भी थी की 12 मिनट के रास्ते को पूरा करने में उस समय पुलिस की कार को 30 मिनट का समय लगा। इसी एनकाउंटर के साथ ही मन्या सुर्वे की दहशत मुंबई के अंडरवर्ल्ड से गायब हो गयी। अपने दो वर्षो के अंतराल में मन्या सुर्वे में दावूद इब्राहीम को काफी भयभीत कर रखा था, जो आज तक कोई नही कर पाया। कहा जाता है की अंडरवर्ल्ड डॉन दावूद इब्राहीम ने पुलिस को मन्या सुर्वे को मारने की टिप दी थी।

1982 में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा किये गये एनकाउंटर में मन्या सुर्वे की मौत हो गयी, उस समय महाराष्ट्र पुलिस का मुंबई शहर में यह चौथा एनकाउंटर था। मुठभेड़ होने के बावजूद 1980 के बाद मुंबई पुलिस द्वारा किये जा रहे एनकाउंटर की संख्या बढ़ने लगी और 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट के बाद, पुलिस एनकाउंटर में तक़रीबन 622 लोग मारे गये थे।

प्रसिद्ध फिल्म:

मन्या सुर्वे के जीवन पर आधारित 2013 में एक फिल्म  शूटआउट एट वडाला मे जॉन अब्राहम मान्या सुर्वे का किरदार निभा रहे हैं। जॉन अब्राहम ने एक साल तक गैंगस्टर की जिदंगी जी ताकी वो मान्या सुर्वे जो कि एक गैंगस्टर था के किरदार के साथ पूरा न्याय कर सकें। शूटआउट एट वडाला फिल्म का मुख्य किरदार मान्या सुर्वे मुंबई पुलिस के द्वारा 1982 में किये गये शूटआउट में मारा गया था। इस शूटआउट को मुंबई पुलिस का पहला एनकांउटर कहा जाता है। जॉन अब्राहम ने इस कैरेक्टर को निभाने के लिए काफी मेहनत की है और साथ ही बिल्कुल मान्या सुर्वे का लुक ही धारण किया है। जॉन ने कहा कि उन्होंने असल में मान्या सुर्वे की जिंदगी जी है ताकि वो मान्या सुर्वे का किरदार निभा सकें।


Thursday, 19 October 2017

amazing fact about sunny deol

Sunny deol fact sunny style

तारीख पे तारीख तारीख पे तारीख ये तो सब को याद हे ।आज की तारीख भी आप को याद है।
आज सनी  पा जी का बर्थडे है उन के इस बर्थडे पैर हम आप के लिए ले कर आये हे कुछ उन में बारे मैं जानकारी।

Happy birthday sunny pa ji

By Anand Banger

1. सनी देओल (Sunny Deol) का जन्म 19 अक्टूबर 1957 नई delhi में हुआ, और सनी देओल अपने ज़माने के सुपर स्टार रह चुके हीरो धर्मेंद्र के बेटे हैं।

2. सनी देओल (Sunny Deol) का वास्तविक नाम अजय देयोल है।




3. सनी देओल (Sunny Deol) की माँ का नाम प्रकाश कौर है, और हेमा मालिनी सनी देओल(Sunny Deol) की सौतेली माँ हैं।

4. ‘तारीख पे तारीख’ और ‘ढ़ाई किलो का हाथ जिस पर पड़े वो उठता नहीं उठ जाता है’ ये सनी देओल (Sunny Deol) के कुछ ऐसे मशहूर डायलॉगस है, जिन्हे सुनकर लोग सिनेमा हॉल में सीटिया मारने लगते थे।


5. सनी देओल (Sunny Deol) का नाम डिंपल कपाड़िया के साथ कई बार जोड़ा गया, और दोनों का अफेयर काफी लम्बे समय तक चला।

6. सनी देओल अपने पिता धर्मेन्द्र को बेहद चाहते हैं। धर्मेन्द्र का वे इतना सम्मान करते हैं कि वे पिता के सामने ज्यादा बोल नहीं पाते। 

7. धर्मेन्द्र को सनी अपना प्रिय अभिनेता मानते हैं। 

8. तारीख पे तारीख’ और ‘ढ़ाई किलो का हाथ जिस पर पड़े वो उठता नहीं उठ जाता है’ ये सनी देओल (Sunny Deol) के कुछ ऐसे मशहूर डायलॉगस है, जिन्हे सुनकर लोग सिनेमा हॉल में सीटिया मारने लगते थे।

9. 15 June 2001 में बनी उनकी फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ ने चारों तरफ धूम मचा दी।


10. ‘गदर: एक प्रेम कथा’ पहली ऐसी फिल्म थी, जिसने 100 करोड रूपए का व्यापार किया था, और आज के समय में वो 1000 करोड के बराबर हैं।”

11. 1990 में प्रदर्शित 'घायल' ने सनी के करियर में अहम मोड़ निभाया। इस फिल्म में उन्होंने शानदार अभिनय के बल पर स्पेशल ज्युरी अवॉर्ड (राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार) और फिल्म फेअर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड जीता। 

Wednesday, 18 October 2017

amazing fact about Diwali

NASA RELEASE THIS DIWALI

NASA RELEASE THIS PICTURES
 DIWALI incomplete without sharing

Happy Diwali

Monday, 16 October 2017

Amazing fact about worlds

दुनिया के रोचक फैक्ट्स
                 

By 
      Anand Banger

1.  AMUL का पूरा नाम “ANAND MILK UNION LIMITED” हैं।

2. अमेरिका में लगभग 328 लोगो का नाम ABCDE हैं।

 3. 2020 तक बीमारियों से होने वाली मौतों में DEPRESSION दूसरा सबसे बड़ा कारण होगा।

4. माइक्रोसॉफ्ट के 34% कर्मचारी भारतीय हैं।

5. BLACK MAMBA दुनिया का सबसे तेज़ (1 घंटे में 17 कि.मी.) चलने वाला सांप हैं।

6. आपके हाथ के अंगूठे का नाख़ून बाकी से धीमी गति से बढ़ता हैं।

7. आपको नोटिस करने से पहले लोग आपके जूतों पर ध्यान देते हैं

 8. इंसान द्वारा बनाया गया पहला कीटनाशक DOT था।

9. दुनिया के अधिकतर सीरियल किलर नवम्बर महीने में पैदा हुए हैं।

10. आप अपने गले की टाई को 17,147 अलग-अलग तरीकों से बांध सकते हैं।

11. बिना तकिए सोने से कमर दर्द में आराम मिलता हैं और इससे रीढ़ की हड्डी भी मज़बूत होती हैं।

 12. विदेशियों के लिए भारतीय मुद्रा, भारत के बाहर ले जाना अवैध हैं।

 13. POPCORN दुनिया का सबसे पुराना स्नैक्स है यह पिछले 7000 सालों से खाया जा रहा हैं।

 14. इंसानी दिमाग कभी भी खाने, खूबसूरत चेहरे और खतरे को पहचानने में देरी नही करता।

 15. “मार्शल आर्ट” भारत की खोज़ हैं. बाद में बौद्ध भिक्षुओं ने इसे भारत के बाहर फैलाया।

16. शराब का अधिक सेवन करने से शुक्राणुओं की संख्या कम होती हैं.

17. विश्व में किसी इंसान की पहली सर्जरी भारत में हुई थी।

 18. शुक्राणु हमारे शरीर में दो से पांच दिन तक बना रहता हैं. यह पुरुष के मासिक चक्र पर निर्भर करता हैं।

 19. आप जैसे दिखने वाले इस दुनिया में कम से कम 6 लोग होते हैं. पर उनसें मिलने का चांस केवल 9% होता हैं। 9 का मतलब यंहा no नही है।

Sunday, 15 October 2017

amazing fact about smile

Amazing smile fact


Smile fact

जब हम छोटे थे तो पूरा दिन ही हंसी-मजाक में गुजर जाता था…फिर हम बड़े होने लगे…हमे higher studies करनी थी..अच्छी नौकरी पानी थी…life में खुद को सेट करना था… अब हम खुद को seriously लेने लगे और इसी चक्कर में हमने अपने चेहरे की मुस्कान कहीं न कहीं खो दी। और अब तो लोग जितना हँसते हैं उससे कहीं अधिक Whatsapp और Facebook पे smiley बनाते हैं.

 By
 Anand Banger

 1. गुदगुदी करते समय केवल इंसान ही नहीं चूहे भी हँसते है।

 2. जब आप पैदा हुए थे, तब आप एक पल के लिए ही सही, लेकिन पृथ्वी के सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे।

 3. हँसने के लिए 17 मांसपेशियों (muscles) लगती है लेकिन गुस्सा करने के लिए 43 मांसपेशियों की जरुरत होती हैं।

4. कहीं न कही, आज किसी की life का सबसे अच्छा दिन हैं।

 5. हँसने का वास्तव में कोई meaning नहीं होता।

 6. खुशी के स्तर को मापना मुश्किल हैं।

 7. आदमी का हँसना 30% तक कम हो जाता हैं  अकेले रहने पर।

 8. आपका दिमाग नकली हँसी (fake) को पकड़ सकता हैं।

9.  Jokes और भी मजेदार हो जाता हैं, जब आप हास्य अभिनेता (comedian) को जानते हैं।

 10. मानो या ना मानो, हँसना एक प्रकार का विज्ञान हैं। वास्तव में, हँसी का विज्ञान और इससे हमारे body पर होने वाले प्रभाव को “Gelotology” कहा जाता हैं।

 11. औसतन एक व्यक्ति दिन में लगभग 13 बार हँसता हैं।

12. मुस्कान (smile) makeup से ज्यादा आकर्षक (attractive) होती हैं।

 13. हँसने के 19 अलग-अलग प्रकार होते हैं।

 14. हँसी आपके खून के बहाव (bloodflow) को 22% तक बढ़ा देती है. लेकिन तनाव आपके bloodflow को 35% तक कम कर देता हैं।

 15. Female speakers पुरुष दर्शकों (audience) से 127 प्रतिशत ज्यादा हंसती हैं।

16. इंसान 300 फीट दूर से भी मुस्कान पकड़ सकता हैं।
खास कर लड़के।

17. आपका हँसना इस बात पर निर्भर(depend) करता हैं कि आपके आस पास लोग कैसे हैं, ना कि Jokes पर।

 18. जो लोग अपने दुःख को हंसी के पीछे छुपाते हैं, उन्हें “Eccedentesiast” कहते हैं।

19.  एकमात्र इंसान जो आपको सच्ची खुशी दे सकता हैं वो आप खुद हैं. इसलिए खुशी के लिए दूसरो पर depend रहना छोड़ दीजिए।

 20. जब आपको किसी से jealousy हो या किसी के लिए नफ़रत महसूस करें तो इसे तुरंत रोक दीजिए. क्योंकि ऐसा करके आप सिर्फ़ खुद को hurt कर रहे है, अगले आदमी पर इसका कुछ फर्क नही पड़ेगा।

Saturday, 14 October 2017

amazing fact about Eiffel Tower

Amazing world fact Eiffel Tower



1. "एफ़िल टॉवर की रचना गुस्ताव एफ़िल के द्वारा की गई है और उन्हीं के नाम पर एफ़िल टॉवर का नामकरण हुआ है।"

2."एफ़िल टाॅवर मेटल से बना हुआ है इसलिए यह सर्दियो में 6 इंच तक सिकुड़ जाता है।"

3. "अपने निर्माण के 41 सालों तक यह आदमी के द्वारा बनाया गया सबसे ऊंचा टावर था। जबकि 1930 में न्यूयॉर्क के क्रिसलर बिल्डिंग ने इसकी जगह ले ली।"

4. "एफ़िल टाॅवर को अब तक कुल 25 करोड़ लोग देख चुके हैं। और हर साल इसे देखने के लिए 70 लाख लोग आते है।"

5. "इसे 1889 में फ्रांस की क्रांति के 100 साल पूरे होने के मौके पर बनाया गया था।"

6. "एफ़िल टाॅवर पर 10 हाथियो के वजन के बराबर पेंट किया जाता है।"

7. "अगर आज के समय में Eiffel Tower को बनाया जाता तो इस पर 31 मिलियन डाॅलर का खर्च आता।"

8. "हर रात को अंधेरा होने के बाद १ बजे तक (और गर्मियों में २ बजे तक) एफ़िल टावर को रोशन किया जाता है ताकि दूर से भी टाॅवर दिख सके।"

9. "एफ़िल टावर की ऊंचाई 300 मीटर यानी 984 फीट है। हालांकि इसके एंटीना की लंबाई जोड़ने पर यह 334 मीटर हो जाता है।"

amazing fact about worlds

World amaging fact


सचे और अच्छे fact about world

By Anand Banger

1. पहली “Smiley” 1982 में प्रयोग की गई थी।


2. फूलों को यदि संगीत सुनाया जाए तो वे जल्दी बढ़ते हैं।


3. यदि शनि ग्रह को बड़े से बाथ टब में रखा जाए तो वह तैरने लगेगा।


4 .जब “Apollo 11” लैंड हुआ तो उसमें सिर्फ 20 second का फ्यूल बचा था.


5. रबर के अविष्कार से पहले, पेंसिल से लिखे हुए को ब्रेड से मिटाते थे।


6. किताबों की सबसे पुरानी दुकान “Portugal” में हैं।


7. फ्लोरिडा राज्य पूरे इंग्लैंड से बड़ा हैं।


8. कुत्ते उस आवाज को भी सुन सकते हैं, जिन्हें आदमी के कान नही पकड़ सकते।


9.एक वायलिन को बनाने में 70 अलग-अलग तरह की लकड़ी लगती हैं।


10. 16 December 1811, को इतना तेज भूकंप आया कि मिसीसिपी नदी उल्टी बहने लगी।


11. “Nomophobia” उस डर को कहते हैं जब तुम्हारे पास मोबाइल नही होता।


12. हर 7 साल में हम अपने आधे से ज्यादा पुराने दोस्तों को छोड़कर नए दोस्त बना लेते हैं।


13. हाथ मिलाने से अच्छा तो किस करना हैं अगर तुम जुकाम से बचना चाहते हो।


14. SIRI को बोला गया हर एक शब्द Apple स्टोर करता हैं।


15. Nike कंपनी का स्लोगन “Just Do It” किसी आदमी को फाँसी देते समय अंतिम शब्दों से प्रेरित हैं।


16. HP Printer की काली स्याही खून से ज्यादा महंगी हैं।


17. जापान के एक रेस्टोरेंट में बंदरो को वेटर की तरह प्रयोग किया जाता हैं।


18. बिल गेट्स अब तक $28 Billion डाॅलर दान कर चुका हैं।


19 .प्राकृतिक चीजों का जितना प्रयोग केन्या के 32 लोग करते हैं उतना तो 1 अमेरिकन कर लेता हैं।


20. सद्दाम हुसैन के बंकर डिजाइन करने वाला आदमी उसी महिला का पोता था जिसने हिटलर के लिए बंकर डिजाइन किए थे।


21. जर्मनी में जेल से भागने वालो के लिए कोई सजा नही हैं Q कि आजाद होना इंसान का अधिकार हैं।


22. नींद न आना और सिरदर्द का एक कारण मोबाइल फोन की रेडिएशन भी हैं।


23. एक व्यक्ति जिसका आधा शरीर कटा हुआ था, उसने अपना सुपर मार्केट खोला और उसका नाम रखा Half Man-Half Price Store.


24. Titanic क्रैश होने के बाद जो जापानी बच गए थे उनहें लोग आज भी कायर कहते हैं Q कि वो अन्य लोगो के साथ नही मरे।


25. धरती पर 95% जल की अभी तक भी खोज नही हुई हैं।


26. Anechoic Chamber धरती पर सबसे शांत जगह हैं यहाँ आप अपने दिल की धड़कन, फेफड़ो की ध्वनि और पेट की गड़गड़ाहट भी जोर से सुन सकते हैं।


27. Nepal के Mount Everest पर 200 से अधिक लाशें हैं जो चोटी पर पहुंचने के लिए लैंडमार्क बन गई हैं।


28. फ्लोरिडा में 13 साल के लड़के को स्कूल से बहुत अधिक पादने के कारण गिरफ्तार कर लिया था।


29. दुनिया में 2 देश ही ऐसे हैं जहाँ Coca Cola नही बेच सकते : North Korea & Cuba.


30. 1811 में ब्रिटेन की हर चार में से एक महिला का नाम “Mary” था।


31. अलार्म घड़ी के अविष्कार से पहले Knocker-ups हुआ करते थे जो एक लंबे डंड़े से खिड़की पर तब तक मारते थे जब तक अंदर वाला उठ न जाए।



32. मच्छर हमारा खून तो चूसते ही हैं साथ में कुछ मच्छर पेशाब भी कर जाते हैं।

Friday, 13 October 2017

Amazing Facts about Lord Shiva

भगवान शिव शंकर, महादेव, भोलेनाथ रोचक् जानकारी

जितनी विचित्र भगवान शिव की वेशभूषा है, उतने ही विचित्र उनसे जुड़े तथ्य भी है। शिव गले में नाग डालते है, श्मशानों में वास करते है और भांग व धतूरा भी ग्रहण करते है।भगवान शिव त्रिमूर्ति में से एक हैं। अन्य दो भगवान विश्व रचयिता बह्मा तथा संरक्षक देवता विष्णु हैं। शिव को विनाशक माना जाता है। उन्हें देवों का देव कहा जाता है। उन्हें असीम, निराकार और तीनों देवताओं में सबसे बड़ा माना जाता है।


Lord Shiva Shankar

By Anand Banger

1. भगवान शिव का कोई माता-पिता नही है. उन्हें अनादि माना गया है. मतलब, जो हमेशा से था. जिसके जन्म की कोई तिथि नही.

2. हनुमान को भगवान शिव का 11वाँ अवतार माना जाता है।
भगवान शिव के 19 अवतारों में भैरव, हनुमान, अश्वत्थामा इत्यादि भी आते है।

3. भगवन शिव का "नटराज" रूप ब्रह्माण्ड के विनाश और पुनिर्माण से जुड़ा है।

4. किसी भी देवी-देवता की टूटी हुई मूर्ति की पूजा नही होती. लेकिन शिवलिंग चाहे कितना भी टूट जाए फिर भी पूजा जाता है.

5. अर्धनारीश्वर रूप भगवान शिव और शक्ति का आधा आधा हिस्सा मिलाकर बनता है।

6. शंकर भगवान की एक बहन भी थी अमावरी. जिसे माता पार्वती की जिद्द पर खुद महादेव ने अपनी माया से बनाया था.

7. भगवान शिव का सबसे महत्वपूर्ण नृत्य "तांडव" है। जिसे मौत का नृत्य कहा जाता है। भगवान शिव ब्रह्माण्ड का विनाश करने के लिए तांडव करते है।

8. हम शिवरात्री इसलिए मनाते है क्योंकि इस दिन शंकर-पार्वती का ब्याह हुआ था.

9. भगवान शिव की तीसरी आँख उनके ज्ञान और अंतर्ज्ञान को दर्षाती है।

10. शिवलिंग पर बेलपत्र तो लगभग सभी चढ़ाते है. लेकिन इसके लिए भी एक ख़ास सावधानी बरतनी पड़ती है कि बिना जल के बेलपत्र नही चढ़ाया जा सकता.

11. शंकर भगवान और शिवलिंग पर कभी भी शंख से जल नही चढ़ाया जाता. क्योकिं शिव जी ने शंखचूड़ को अपने त्रिशूल से भस्म कर दिया था. आपको बता दें, शंखचूड़ की हड्डियों से ही शंख बना था.

12. भगवान शिव के गले में जो सांप लिपटा रहता है उसका नाम है वासुकि. यह शेषनाग के बाद नागों का दूसरा राजा था. भगवान शिव ने खुश होकर इसे गले में डालने का वरदान दिया था.

13. चंद्रमा को भगवान शिव की जटाओं में रहने का वरदान मिला हुआ है.

14. जिस बाघ की खाल को भगवान शिव पहनते है उस बाघ को उन्होनें खुद अपने हाथों से मारा था.

15. नंदी, जो शंकर भगवान का वाहन और उसके सभी गणों में सबसे ऊपर भी है. वह असल में शिलाद ऋषि को वरदान में प्राप्त पुत्र था. जो बाद में कठोर तप के कारण नंदी बना था.


Thursday, 12 October 2017

amazing fact about clouds

Clouds amaging fact

बादलों के बारे में रोचक तथ्य

By Anand Banger

आकाश में आपने बादल तो देखे ही होंगे जो कई रंगों से बने होते हैं जैसे सफेद बादल , भूरे बादल और काले रंग के बादल।
 बादल ज्यादातर पानी और बर्फ के हल्के कणों से मिलकर बने होते हैं। 


आप को बता दे बादल 4 तरह के होते हे।

1,सिरस बादल
2 , क्युमुलस बादल
3 , स्ट्रेट्स बादल
4, निम्बो स्ट्रेटस बादल

आज हम आपको बादलो के बारे में  कुछ रोचक् जानकारी बताते हे।

1.- बादल मुख्य रूप से हवा के रुद्धोष्म (Adiabatic) प्रक्रिया के माध्यम से ठंडे होने पर उसके तापमान के ओसांक से नीचे गिरने से बनते हैं ।

2, ऐसा नही है कि बादलों में वजन नही होता, एक बादल का वजन लगभग 5 लाख किलो यानि एक हवाई जहाज़ या 100 हाथियों के बराबर होता है. यह 1-1.5 किलोमीटर लंबा-चौड़ा हो सकता है.

3, स्तरी बादल परतदार चादर जैसे लगते हैं । यह बादल दो या तीन किलोमीटर की ऊंचाई में पाये जाते हैं।

4, किसी भी समय पृथ्वी का आधार भाग बादलों से आच्छादित रहता है लेकिन उसके 3 प्रतिशत भाग पर

5, बादल बनने में कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटे तक लग सकते है. ये लंबे और चौड़े किसी भी आकार के हो सकते है।

6, बादल सूर्य की रोशनी को रिफ्लेक्ट करते है इसलिए सफेद दिखाई देते है।

7, धुंध भी एक तरह का बादल ही है और यह जमीन के बहुत करीब होता है. धुंध में चलना.. बादलों में चलने जैसा ही है।

8, -बादल सौर विकिरण का अवशोषण और परावर्तन दोनों करते हैं ।

9, -भूमध्यरेखीय प्रदेश में दिखने वाला मेघ कपासी वर्षा करता है 

10, बादल 146 फीट प्रति सेकंड की स्पीड से दौड़ सकते है यानि एक बादल को दिल्ली से मुंबई पहुंचने में 9 घंटे लगेगे।

11,  जिस भी ग्रह पर वातावरण है वहाँ बादल है.. लेकिन पानी के नही. शुक्र ग्रह पर sulphur oxide और आपको जानकर हैरानी होगी कि शनि और बृहस्पति ग्रह पर अमोनियों के बादल है.

12, फ्लाइट का लेट या रद्द होना ‘Cumulonimbus‘ बादलों की वजह से होता है. यह बिजली कड़काने से लेकर.. तूफान, ओले और कभी-कभी बवंडर भी लाने में सक्षम है।

13,  नक्षत्रमंडल बादल (Noctilucent Clouds) 75 से 85 km की ऊँचाई पर होते है. ये इतने ऊँचे है कि रात को भी सूर्य की रोशनी को रिफ्लेक्ट करते रहते है।

14, ईरान में बादलों को भाग्यशाली माना जाता है. यहाँ किसी को आशीर्वाद देते समय ‘Your sky is always filled with clouds.’ कहा जाता है।

15, अरबो पानी की बूंदो के साथ बादल बहुत मोटे हो जाते है तब सूर्य की रोशनी इनमें चमक नही पाती और ये स्लेटी नज़र आने लगते है. बादलों के स्लेटी होते ही हमे समझ जाना चाहिए कि बारिश होने वाली है।

16, बाद्ल बहुत छोटी-छोटी यानि 1 माइक्रोन साइज़ जितनी बूंदो से मिलकर बना होता है. बूँद इतनी हल्की होने के कारण gravity को सही से रिस्पोंड नही करती और यही बात पूरे बादल पर भी लागू होती है।

17,  बाद्ल चलते है और इनके चलने का कारण हवा है. धरती हमेशा एक ही दिशा में घूमती है लेकिन बादल नही. अगर बादल नही चलते तो ये भी पृथ्वी की तरह एक ही दिशा में घूमते. लेकिन हाँ, पृथ्वी का घूमना बादलों के चलने को थोड़ा बहुत प्रभावित जरूर करता है।

Wednesday, 11 October 2017

amazing fact February month's

Amazing fact February month's day's

By Anand Banger

Hello friends आप सब ये तो जानते होंगे। की एक साल में 12 माह होते है। और इन मैं हर महीने में 30 या 31 दिन होते हे । पर february में ही 28 या 29 दिन क्यों होते हे।

आज हम आप की ये उलजन भी दूर कर देते हे।


फरवरी में हर चौथे साल 29 दिन होने का वैज्ञानिक कारण यह है कि पृथ्वी को सूर्य की परिक्रमा पूरा करने में 365 दिन और 6 घंटे का समय लगता है और हर साल के यह अतिरिक्त 6 घंटे बचाकर रख दिए जाते हैं। तीन सालों के बाद अगले साल में यह घंटे जोड दिए जाते हैं और इस तरह फरवरी को एक अतिरिक्त दिन मिल जाता है। परंतु हमारा मुद्दा है कि फरवरी 28 दिन का क्यों होता है? क्यों नहीं अन्य कोई महीना 28 दिन का रखा गया? जवाब यह है कि इसमें रोमन लोगों का हाथ है।


हम अभी जिस कैलेंडर का इस्तेमाल करते हैं वह काफी कुछ रोमन लोगों के बहुत पुराने और समझने में मुश्किल कैलेंडर पर आधारित है। हालांकि इस बात के सबूत ढूंढ पाना मुश्किल है परंतु ऐसी कई कहानियां सदियों से प्रचलित हैं जिनके अनुसार रोम के पहले शासक रोमुलुस के समय में ऐसा कैलेंडर था जो मार्च से शुरू होकर दिसंबर पर खत्म होता था। इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि इस समय दिसंबर की समाप्ति और मार्च के पहले के समय को कैसे गिना जाता था परंतु यहां सर्दी के मौसम में कृषि न हो पाने की वजह से इस समय का रोमन लोगों के लिए कोई महत्व नहीं था और इसे कैलेंडर का हिस्सा बनाना उन्होंने जरूरी नहीं समझा।

रोम के दूसरे शासक, नुमा पोम्पिलियुस, ने कैलेंडर को ज्यादा सटीक बनाने का निश्चय किया और इसे चांद के हिसाब से एक वर्ष पूरा करने का सोचा। उस समय प्रत्येक चंद्र वर्ष 354 दिन लंबा होता था। नुमा ने कैलेंडर में दिसंबर के बाद जनवरी और फरवरी के महीने जोड़े ताकि बचे हुए दिनों की गिनती की जा सके। दोनों नए महीनों को 28 दिनों का बनाया गया क्योंकि चंद्र वर्ष के हिसाब से 56 दिन अतिरिक्त थे।

रोम में 28 नंबर को बुरा समझा जाता था और इससे बचने के लिए नुमा ने जनवरी में एक दिन और जोड़कर इसे 29 दिन बना दिया और हर वर्ष को 355 दिनों का। इस बात का कारण कभी ज्ञात नहीं हो पाया कि आखिर क्यों नुमा ने फरवरी में भी एक और दिन नहीं जोड़ा? प्राचीन रोमन काल से ही फरवरी महीने को बदनसीबी वाला महीना समझा जाता था क्योंकि यह 28 दिन लंबा था।

फरवरी को अशुभ महीना समझे जाने के पीछे एक और कारण यह भी है कि इस महीने में ही रोम में मृत आत्माओं की शांति और पवित्रता कार्य किए जाते थे। यहां तक कि पुरानी सेबाइन जनजाति की भाषा में फेब्रुअरे का मतलब पवित्र करना होता है।


इतने बदलावों के बावजूद कैलेंडर में आने वाली मुश्किलें खत्म नहीं हुई और यह मौसम के बदलावों के हिसाब से नही बन सका क्योंकि नुमा ने इसे चंद्रमा के हिसाब से बनाया था जबकि मौसम में बदलाव पृथ्वी द्वारा सुर्य परिक्रमा से होते हैं। इस समस्या से निजाद पाने के लिए 23 फरवरी के बाद 27 दिनों का एक और महीना जोड़ा गया अगले दो सालों में। परंतु पोंटिफ जिसे कैलेंडर में सुधार सुनिश्चित करने का भार सोंपा गया था, उसने अतिरिक्त महिनों को कैलेंडर में सही समय पर नही जोड़ा और इस प्रकार समस्या का कोई उपाय नहीं मिल सका।

रोम के विश्व प्रसिध शासक जुलियस सीजर ने 45 BC में एक विद्वान को नियुक्त कर कैलेंडर को चंद्रमा के अनुसार न रखते हुए सूर्य के हिसाब से रखने का आदेश दिया जैसा कि मिस्त्र के कैलेंडर में किया जाता था। जुलियस सीजर ने हर वर्ष में 10 दिन जोड़ दिए और हर चौथे वर्ष में एक और दिन। अब हर वर्ष 365 दिन और 6 घंटे लंबा था।

एक प्रचलित कहानी के अनुसार जुलियस सीजर ने हर वर्ष फरवरी में एक दिन जोड़कर इसे 29 दिनों का बना दिया था परंतु जब वहां की संसद में फरवरी का नाम बदलकर सेक्सटिलिस किया गया तो फरवरी में से यह एक दिन कम कर दिया गया और यह दिन अगस्त में जोड़ दिया गया। परंतु इस कहानी को बिल्कुल गलत समझा जाता है और इस बात के कोई प्रमाण उपल्ब्ध नहीं हैं कि जुलियस सीजर ने कभी फरवरी में एक अतिरिक्त दिन जोड़ा था।

amazing born list

Amazing born list


  आज हम आप को बताते हे किस month के जन्मे बच्चे कैसे होते हे।
                                     1

                                     2

                                      3

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Tuesday, 10 October 2017

amazing fact internet and website

Internet and website fect
By Anand Banger

Amazing facts about internet and website

Internet  ने कुछ ही वर्षों में लोगों की जिंदगी में सब कुछ बदल डाला है (Internet) हर किसी की जरूरत बन चुका है। इसलिए जरूरी ये भी है कि हम इंटरनेट को जान लें। वर्ना फायदे की जगह कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है। ऐसे में हम आपके लिए लाये है इन्टरनेट से संबंधित खास जानकारियां।

1. विश्वभर में लगभग 3.2 बिलियन लोग इंटरनेट का उपयोग करते है, जिसमे 1.7 बिलियन एशियाई लोग है। एक अनुमान के अनुसार अगर 1 दिन के लिए इंटरनेट ठप्प हो जाए, तो अगले दिन इस पर लगभग 200 मिलियन ईमेल्स और 2 बिलियन गूगल सर्च का बोझ होगा, अगर सभी सर्विसेज को रोक दिया गया तो यह बोझ कई गुना बढ़ सकता है।

2.  1991 से पहले एक भी वेबसाइट नहीं थी जबकि इंटरनेट पर आज करीब 100 करोड़ से भी ज्यादा वेबसाइट्स रजिस्टर्ड है और इनकी संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है।

3. . इन्टरनेट पर प्रत्येक सेकंड में करीब 24,00,000 ई मेल भेजे जाते है।और व्हाट्स एप पर प्रत्येक सेकंड में करीब 2,50,000 मेसेज भेजे जाते है।ऐसे ही एक सेकंड में यूटयूब पर करीब 1,00,000 विडियो देखे जाते है।


4. भारत में करीब 25 करोड़ यानी 20% लोग इंटरनेट का उपयोग करते है। लकिन jio के आने के बाद अब ये आंकड़े कुछ जूठे साबित हो रहे हे ।

5.  चीन में इंटरनेट की बुरी लत से परेशान लोगों का इलाज किया जाता है। इसे मानसिक बीमारी के तौर पर लिया जाता है। चीन में internet use करने वालो की तादाद 200 मिलियन है।

6. प्रत्येक सेकंड इंटरनेट पर करीब 27,000 GB का ट्रैफिक होता है|यानि 27000 gb का आदान प्रदान किया जाता है।

7. 1989 टिम बेर्नर ली ने इंटरनेट पर संचार को सरल बनाने के लिए ब्राउज़रों, पन्नों और लिंक का उपयोग कर के वर्ल्ड वाइड वेब बनाया। और 1996 गूगल ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक अनुसंधान परियोजना शुरू किया जो कि दो साल बाद औपचारिक रूप से काम करने लगा।

8.  2005 तक इंटरनेट की अधिकतम स्पीड 2MBps थी, लेकिन आज इंटरनेट की अधिकतम गति 100 MBps है। इंटरनेट एक्सपर्ट्स कहते हैं यह अधिकतम गति है, Optical fiber अब इससे तेज़ गति कभी नही दे पाएंगे।

9.  इंटरनेट पर मौजूद PSY का “Gangnam Style” सबसे ज्यादा देखा जाने वाला वीडियो है, इसे यूट्यूब पर अब तक 250 करोड़ बार देखा गया है। आप कल्पना कर सकते हैं, यह भारत और चीन की आबादी से भी ज्यादा है।

10. इंटरनेट पर 35 करोड़ से भी ज़्यादा ब्लॉग है।और इंटरनेट पर हर घंटे 5000 से भी ज़्यादा डोमेन रजिस्टर्ड होते है।

11, 1979' ब्रिटिश डाकघर पहला अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटर नेटवर्क बना कर नये प्रौद्योगिकी का उपयोग करना आरम्भ किया।

12, 980 बिल गेट्स का आईबीएम के कंप्यूटर्स पर एक माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम लगाने के लिए सौदा हुआ।

13, इंटरनेट पर पहला डोमेन जो रजिस्टर हुआ था ,वो है symbolics.com

14. सबसे तेज़ जीमेल लोगिन करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड एक व्यक्ति ने 1.16 सेकंड में बनाया था।

15, अगर आप amazon के Logo को ध्यान से देखें, तो यह दर्शाता है की आप A से Z तक कुछ भी खरीद सकते हैं, 

India biggest lies

कुछ ऐसे बड़े झूठ जिन्होंने पूरे इंडिया को बेवक़ूफ़ बना दिया।
By Anand Banger

वो कहावत सही निकली की अच्छी बातों को फैलने में वक्त्त लगता हे ।लकिन बुरी बातें आग की तरह फैल ती हे।

1. हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है

एक आर.टी.आई. के जवाब में भारत के खेल मंत्रालय ने इस बात को स्पष्ट किया है कि उन्होंने किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल नहीं घोषित किया है. हालांकि सरकार के ही वेब पोर्टल, www.india.gov.in ने एक आर्टिकल पोस्ट किया है, जिसमें वे हॉकी को राष्ट्रीय खेल बताते हैं. तथ्य तो यही बताते हैं कि हॉकी को कभी भी राष्ट्रीय खेल नहीं घोषित किया गया, मगर एन.सी.इ.आर.टी. की किताबें तो ऐसी ही बातों से पटी पड़ीं हैं.


2. वाराणसी (बनारस) दुनिया का प्राचीनतम शहर है

वाराणसी को माना जाता है कि यह दुनिया का सबसे पुराना बसाया गया शहर है. और हिन्दू मिथकों की मानें तो यह महादेव के त्रिशूल पर स्थापित है. मगर तथ्य कुछ और बताते हैं क्योंकि 1100 ईसापूर्व पूरी दुनिया में 30 से अधिक शहरों को बसाया जा चुका था. अब इन बातों का इतिहासकार संज्ञान लें तो ही कुछ होगा.


3. “एक आंख के बदले आंख पूरी दुनिया को अंधा बना देगा” – महात्मा गांधी

गांधी अपनी बातों को एक वाक्य में कहने के लिए मशहूर थे. मगर ये मशहूर उक्ति उनकी नहीं है. आम अवधारणा के विपरीत ये शब्द ‘बेन किंग्स्ले’ ने “गांधी फ़िल्म” के दौरान बोले थे. क्योंकि गांधी के द्वारा लिखे गए दस्तावेजों और किताबों में कहीं भी इसका जिक्र नहीं है.


4. लालू प्रसाद यादव की पुत्री मीसा भारती ने हार्वर्ड में लेक्चर दिया

मीसा भारती जो कि आर.जे.डी. सुप्रीमो की बड़ी बेटी हैं ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के एक सभागार में लोगों को सम्बोधित करते हुए अपनी तस्वीर फेसबुक, ट्विटर और सोशल मीडिया पर साझा की. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें वहां राजनीति में युवाओं की भूमिका पर बोलने के लिए आमंत्रित किया गया था. हालांकि हार्वर्ड के प्रवक्ताओं ने इस बात को स्पष्ट कर दिया कि उन्हें ऐसे किसी भी लेक्चर के लिए नहीं बुलाया गया था.


5. 1960 रोम ओलम्पिक्स के 400 मीटर रेस के दौरान मिल्खा सिंह ने पीछे मुड़ कर देखा
“फ्लाइंग सिक्ख” के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर, मिल्खा सिंह 1960 के रोम ओलम्पिक्स के 400 मीटर रेस में कभी भी सबसे आगे नहीं थे. और न ही उन्होंने उस रेस में कभी पीछे मुड़ कर देखा था. वे इस रेस में पांचवे नंबर पर थे और काफ़ी मेहनत-मशक्कत के बाद चौथा स्थान हासिल कर सके थे.


6. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु विमान दुर्घटना में हुई थी
सन् 1999 में आई मुखर्जी रिपोर्ट बताती है कि ‘नेताजी’ की मृत्यु 1945 के दौरान किसी हवाई दुर्घटना में नहीं हुई थी. हालांकि कोर्ट ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया. रिकॉर्ड्स भी यही कहते हैं कि जिस हवाई उड़ान और समय का जिक्र ‘नेताजी’ के संदर्भ में किया जाता है, वैसा कुछ भी नहीं है.
इसके अलावा ‘नेताजी’ जैसी शख्सियत के मृत्यु की पुष्टि के लिए उस तथाकथित नेताजी के राख की “डी.एन.ए. रिपोर्ट” भी नहीं जारी की गई!

7. महात्मा गांधी किसी कार्यक्रम के दौरान एक फिरंगी महिला के साथ ठुमके लगाते हुए
कसम से मैं ख़ुद भी इस तस्वीर को लंबे समय तक सच मानता रहा था. मगर इस तस्वीर में गांधी इस फिरंग के साथ नहीं नाच रहे हैं. दरअसल यह एक ऑस्ट्रेलियाई ऐक्टर है जिसने गांधी जैसी ड्रेस पहन रखी है. गांधी पूरी दुनिया के लोगों के लिए आदर्श हैं और आज भी उनके जैसी ड्रेस में लोग देखे जाते हैं. अब तो आप समझ ही गए होंगे.


8. अयोध्या नगरी का अस्तित्व रामायण के काल से ही है

वर्तमान काल में जो अयोध्या नगरी हम सभी के बीच विराजमान है उसे राजा विक्रमादित्य ने बसाया था. और रामायण काल में इसका कोई अस्तित्व नहीं था. इस नगरी के स्थापत्य के पीछे यह मकसद ही था कि उस पुराने रहस्य और अध्यात्म को पुनर्जागृत किया जा सके. साथ ही हम आपको यह भी बताते चलें कि थाईलैंड में भी एक ‘अयुथ्थया’ नामक शहर है, जिसके पास भी कुछ इसी तरह की मिथकीय कहानियां हैं और अपना रामायण भी.

9. इंडिया आधिकारिक तौर पर 1947 से ही एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है
भारत राष्ट्र के लिए सर्वप्रथम बने संविधान में धर्मनिरपेक्ष शब्द का इस्तेमाल नहीं था. संविधान को 1976 में संसोधित करके इसकी प्रस्तावना और दूसरे सेक्शन्स में “धर्मनिरपेक्ष” शब्द को लाया गया. सुप्रीम कोर्ट इस बात को हमेशा कहती रही है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, तो फ़िर इस बात का जिक्र हमारे संविधान में क्यों नहीं था?


10. हिन्दी हमारे देश की एक मात्र आधिकारिक भाषा है

हिन्दी हमारे देश की राजभाषा है, मगर आधिकारिक नहीं. हमारे देश में 20 से अधिक आधिकारिक भाषाएं हैं. पंजाबी, मराठी, तेलगु, तमिल, कन्नड़, बंगाली, अंग्रेजी उनमें से एक हैं. हालांकि सरकारों को इस बात की पूरी छूट है कि वे अपने राज्य के आधिकारिक भाषाओं को बढ़ावा और विस्तार दे सकें.

Monday, 9 October 2017

amazing fact today's reality

Amaging Today's realities

By Anand Banger

1.आप के पास महंगी watchesतो होंगी। क्या आप के पास समय है। नही।
2.आज का सत्य।आप के सोसल साईट पर 1000 दोस्त होंगे।पर कोई सचा और अच्छा दोस्त है।

3.आज कल की सोसायटी high iq वाली तो है लकिन emotion किसी के पास नही है।

4.एक वो दिन थे।जब घर छोटे और family बड़ी।
आज सब बड़ा घर और family छोटी ।


5.इंशान तो बहुत है।पर इंसानीयत खो दी हे ।
6.ये सहरो का हाल हे कामयाबी बले बहुत हो लकिन अपने आस पास क्या हो रहा है या कोण रह रहा है कोई नही जनता।



7.डिग्री बले कितनी ही क्यों न हो।सुब कुछ तो पढाई से नही आने वाला।

amazing world motivational quotes

Motivational Inspirational Quotes

 Quotes जो जिंदगी बदल दें।


Motivational quotes
                                 सुविचार तो बहुत पढ़े होंगे लेकिन आज जैसे नही पढ़े होंगे। आज हम लेकर आये हे कुछ सुविचार जो आप के बहुत काम आने वाले है। और इन सुविचारों को जानना जरुरी है।
Amazingworldfact4you

By Anand Banger

 1. कमाओ…कमाते रहो और तब तक कमाओ, जब तक महंगी चीज सस्ती न लगने लगे.

2.  जिस व्यक्ति का लालच खत्म, उसकी तरक्की भी खत्म.

3. यदि “Plan A” काम नही कर रहा, तो कोई बात नही 25 और Letters बचे हैं उन पर Try करों.

4. जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की.

5. भीड़ हौंसला तो देती हैं लेकिन पहचान छिन लेती हैं.

6. अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती हैं.

7.कोई भी महान व्यक्ति अवसरों की कमी के बारे में शिकायत नहीं करता.

8. महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है.

9. जिस चीज में आपका Interest हैं उसे करने का कोई टाईम फिक्स नही होता. चाहे रात के 1 ही क्यों न बजे हो. – 

10. अगर आप चाहते हैं कि, कोई चीज अच्छे से हो तो उसे खुद कीजिये.

11. सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते.

12. जीतने वाले अलग चीजें नहीं करते, वो चीजों को अलग तरह से करते हैं.

13. जितना कठिन संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी.

14. यदि लोग आपके लक्ष्य पर हंस नहीं रहे हैं तो समझो आपका लक्ष्य बहुत छोटा हैं.

15. विफलता के बारे में चिंता मत करो, आपको बस एक बार ही सही होना हैं.

17. हुनर तो सब में होता हैं फर्क बस इतना होता हैं किसी का छिप जाता हैं तो किसी का छप जाता हैं.

18. दूसरों को सुनाने के लिऐ अपनी आवाज ऊँची मत करिऐ, बल्कि अपना व्यक्तित्व इतना ऊँचा बनाऐं कि आपको सुनने की लोग मिन्नत करें.

19. अच्छे काम करते रहिये चाहे लोग तारीफ करें या न करें आधी से ज्यादा दुनिया सोती रहती है ‘सूरज’ फिर भी उगता हैं.

20. पहचान से मिला काम थोडे बहुत समय के लिए रहता हैं लेकिन काम से मिली पहचान उम्रभर रहती हैं.

21. जिंदगी अगर अपने हिसाब से जीनी हैं तो कभी किसी के फैन मत बनो.

22. जब गलती अपनी हो तो हमसे बडा कोई वकील नही जब गलती दूसरो की हो तो हमसे बडा कोई जज नही.

23. आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बडी सजा हैं.

24. कोशिश करना न छोड़े, गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल सकती हैं.

25.इंतजार करना बंद करो, क्योकिं सही समय कभी नही आता.


Bonus points

 जिस दिन आपके Sign #Autograph में बदल जाएंगे, उस दिन आप बड़े आदमी बन जाओगें.

Anand Banger

amazing history about Bhagat Singh

शहीद-ए-आज़म भगत सिंह
By Anand Banger

Bhagat Singh
अपने 23 वर्ष 5 माह और 23 दिन के अल्प कालीन जीवन मे जिस महा-मानव ने देश भक्ति के मायने बदल कर रख दिये और मातृभूमि के प्रति कर्तव्य कैसे निभाया जाता है, इसकी अद्भुत मिसाल दी। भगत सिंह का जीवन चरित्र लाखो नौजवानों को देश और मातृभूमि के प्रति कर्तव्य पालन की सीख देता रहा है।



क्रांतिकारी भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर 1907 को पंजाब प्रांत, ज़िला-लयालपुर, के बावली गाँव मे हुआ था, जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है। पाकिस्तान मे भी भगत सिंह को आज़ादी के दीवाने की तरह याद किया जाता है।

भगत सिंह के पिता का नाम सरदार किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती कौर था।

भगत सिंह के पांच भाई – रणवीर, कुलतार, राजिंदर, कुलबीर, जगत और तीन बहनें  – प्रकाश कौर, अमर कौर एवं शकुंतला कौर थीं ।

अपने चाचा अजित सिंह और पिता किशन सिंह के साये मे बड़े हो रहे भगत सिंह बचपन से अंग्रेज़ो की ज्यादती और बर्बरता के किस्से सुनते आ रहे थे। यहाँ तक की उनके जन्म के समय उनके पिता जेल मे थे। चाचा अजित सिंह भी एक सक्रीय स्वतंत्रता सेनानी थे। भगत सिंह की पढ़ाई दयानंद एंग्लो वैदिक हाई स्कूल में हुई। भगत सिंह लाहौर के नेशनल कॉलेज से बी.ए  कर रहे थे तभी उनके देश प्रेम और मातृभूमि के प्रति कर्तव्य ने उनसे पढ़ाई छुड़वा कर देश की आज़ादी के पथ पर ला खड़ा किया।

एक सामान्य नवयुवक के सपनो से अलग भगत सिंह का बस एक ही सपना था – “आज़ादी”। और ऐसा लग रहा था कि भगत सिंह अपने देश अपनी मातृभूमि को अंग्रेज़ो से आजाद कराने के लिए ही साँसे ले र

जलीयांवाला बाग मे शांतिपूर्ण तरीके से सभा आयोजित करने के इरादे से इक्कठा हुए मासूम बेकुसूर लोगो को जिस तरह से घेर कर मारा गया, उस घटना ने भगत सिंह को झकझोर कर रख दिया। जलीयांवाला बाग मे बच्चो, बूढ़ो, औरतों, और नौजवानो की भारी तादाद पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर अंग्रेज़ो ने अपने अमानवीय, क्रूर, और घातकी होने का सबूत दिया था। बंदूक  से निकली गोलियों से बचने के लिए मासूम लाचार लोग वहाँ ऊंची दीवारों से कूदने की कोशिस  करते रहे। बाग मे मौजूद पानी भरी बावली मे कूदने लगे। जान बचाने की अफरातफरी मे चीख पुकार करते उन लोगो पर ज़ालिम अंग्रेज़ो को अत्याचार करते ज़रा भी दया नहीं आयी।

जलीयांवाला बाग मे जब यह हत्याकांड हुआ तब भगत सिंह की उम्र केवल बारह साल थी। जलीयांवाला बाग हत्याकांड की खबर मिलते ही नन्हें भगत सिंह बारह मील दूर तक चल कर हत्याकांड वाली जगह पर पहुंचे। जलीयांवाला बाग पर हुए अमानवीय, बर्बर हत्याकांड के निशान चीख-चीख कर जैसे भगत सिंह को इन्सानियत की मौत के मंज़र की गवाही दे रहे थे।

महात्मा गांधी भी एक दिग्गज स्वतंत्रता सेनानी थे। सत्य बोलना, अहिंसा के मार्ग पर चलना, अपनी बात दूसरों से अच्छे तरीके से मनवाना, यह सब गांधीजी के अग्रिम गुण थे। महात्मा गांधीजी चौरीचौरा मे हुई हिंसात्मक कार्यवाही के चलते जब अंग्रेज़ो के खिलाफ छेड़ा हुआ असहयोग आंदोलन रद्द किया तब भगत सिंह और देश के कई अन्य नौजवानो के मन मे रोष भर गया। और तभी  भगत सिंह ने गांधीजी के अहिंसावादी विचार धारा से अलग पथ चुन लिया।

भगत सिंह एक स्पष्ट वक्ता और अच्छे लेखक थे। बचपन से ही क्रांतिकारी पात्रो पर लिखी गयी किताबे पढ़ने मे भगत सिंह को रुचि थी। भगत सिंह को हिन्दी, पंजाबी, अंग्रेजी, और बंगाली भाषा का ज्ञान था।  एक आदर्श क्रांतिकारी के सारे गुण भगत सिंह मे थे। वह धार्मिक मान्यता मे यानी अर्चना पुजा मे ज्यादा विश्वास नहीं रखते थे। अगर ये कहा जाये के भगत सिंह नास्तिक थे तो गलत नहीं होगा।

वीर सावरकर ही वो इन्सान थे जिनके कहने पर भगत सिंह की मुलाक़ात चन्द्रशेखर आजाद जी से हुई थी। वीर सावरकर से भगत सिंह ने क्रांति और देशभक्ति के पथ पर चलने के कई गूढ  रहस्य सीखे। चन्द्रशेखर आजाद के दल मे शामिल होने के बाद कुछ ही समय मे भगत सिंह उनके दल के प्रमुख क्रांतिकारी बन गए।

काकोरी कांड के आरोप मे गिरफ्तार हुए तमाम आरोपीयो मे से चार को मृत्यु दंड की सजा सुनाई गयी और, अन्य सोलह आरोपीयो को आजीवन कारावास की सजा दी गयी। इस खबर ने भगत सिंह को क्रांति के धधकते अंगारे मे बदल दिया। और उसके बाद भगत सिंह ने अपनी पार्टी “नौजवान भारत सभा” का विलय “हिंदुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन”कर के नयी पार्टी “हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन”का आहवाहन किया।

वर्ष 1928 मे साइमन कमीशन के विरोध मे पूरे देश मे प्रदर्शन रहे थे। और इसी के चलते एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन मे लाठी चार्ज के दौरान लाला लाजपतराय गंभीर रूप से घायल हुए। और फिर उनकी मृत्यु हो गयी।

भगत सिंह और उनके दल ने लाला लाजपतराय की मृत्यु का बदला लेने के लिए स्काट को मारने की योजना बनायी। तारीख 17 दिसंबर 1928 को दोपहर सवा चार बजे लाहौर कोतवाली पर भगत सिंह, राजगुरु  जयगोपाल, चन्द्रशेखर, तैनात हुए, और स्काट की जगह सौन्डर्स को देख कर उसे मारने के लिए आगे बढ़ गए। क्यूँ की सौन्डर्स भी उसी ज़ालिम हुकूमत का एक नुमाइन्दा था। एक गोली राजगुरु  ने सौन्डर्स को कंधे पर मारी। फिर भगत सिंह ने सौन्डर्स को तीन चार गोलियां  मारी। और इस तरह सौन्डर्स को मार कर भगत सिंह और उनके साथियो ने लालजी की मौत का बदला लिया।

ब्रिटिश सरकार को भारत के आम आदमी, मजदूर, छोटे व्यवसायी, गरीब कामगार, वर्ग के दुख और तकलीफ़ों से कोई लेनदेना नहीं था। उनका मकसद सिर्फ भारत देश को लूटना, और भारत पर साशन करना था। अपने इसी नापाक इरादे के साथ ब्रिटिश सरकार मजदूर विरोधी बिल पारित करवाना चाहती थी। भगत सिंह, चंद्रशेखर और उनके दल को यह मंजूर नहीं था, की देश के आम इन्सान, जिनकी हालत पहले से ही गुलामी के कारण खराब थी, वो और खराब हो जाये। इस लिये योजना के मुताबिक दल की सर्व सम्मति से भगत सिंह और उनके साथी बटुकेश्वर दत्त का नाम एसम्ब्ली बम फेंकने के लिए चुना गया।

और फिर ब्रिटिश सरकार के अहम मजदूर विरोधी  नितियों  वाले बिल पर विरोध जताने के लिए भगत सिंह और उनके साथी बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली की केन्द्रीय एसम्ब्ली मे 8 अप्रैल 1929 को बम फेंके। बम फेंकने का मकसद किसी की जान लेना नहीं था। पर ब्रिटिश सरकार को अपनी बेखबरी भरी गहरी नींद से जगाना और बिल के खिलाफ विरोध जताना था। एसम्ब्ली मे फेंके गए बम बड़ी सावधानी से खाली जगह का चूनाव कर के फेंके गए थे। और उन बमो मे कोई जानलेवा विस्फोटक नहीं इस्त्माल किए गए थे। बम फेंकने के बाद भगत सिंह और उनके साथी बटुकेश्वर दत्त ने इन्कलाब ज़िंदाबाद के नारे लगाते हुए स्वैच्छित गिरफ्तारि दी।

चंद्रशेखर आज़ाद बम फेंक कर गिरफदारी देने के प्रस्ताव से ज़्यादा सहमत नहीं थे। क्योंकि  उन्हे लगता था के भगत सिंह की देश को आगे और ज़रूरत है। पर भगत सिंह ने द्रढ़ निश्चय कर लिया था, की उनका जीवन इतना ज़रूरी नहीं है, जितना अंग्रेज़ो के भारतीयो पर किए जा रहे अत्याचारो को विश्व के सामने लाना। एसम्ब्ली मे फेंके गए बम के धमाको की गूंज ब्रिटेन की महारानी के कानो तक भी पहुंची।

भगत सिंह ने अपने तकरीबन दो साल के जेल-कारावास के दौरान कई पत्र लिखे थे। और अपने कई लेख मे पूंजीपतियों की शोषण युक्त नितियों की कड़ी निंदा की थी। जेल मे कैदीयो  को कच्चे-पके खाने और अस्वछ निर्वास मे रखा जाता था। भगत सिंह और उनके साथियो ने इस अत्याचार के खिलाफ आमरण अनशन – भूख हड़ताल का आहवाहन किया। और तकरीबन दो महीनों (64 दिन) तक भूख हड़ताल जारी रखी। अंत मे अंग्रेज़ सरकार ने घुटने टेक दिये। और  उन्हे मजबूर हो कर भगत सिंह और उनके साथियो की मांगे माननी पड़ी। पर भूख हड़ताल के कारण क्रांतिकारी यातींद्रनाथ दास शहीद हो गए।

देश की आजादी के लिए अपनी जान की परवाह किये बिना लड़ने वाले स्वतंत्रता सैनानी भगत सिंह राजगुरु  और सुखदेव को 23 मार्च 1931 की शाम करीब 7 बज कर 33 मिनिट पर फांसी दे दी गयी। भगत सिंह की फांसी के दिन उनकी उम्र 23 वर्ष 5 माह और 23 दिन थी, और उन्हे जिस दिन फांसी दी गयी, उस दिन भी 23 तारीख थी। और कहा जाता है के इन तीनों क्रांतिकारियों को निर्धारित समय से पहेले ही फांसी दी गयी थी। ताकि देश के आम लोगो मे इस फैसले के खिलाफ क्रांति की ज्वाला ना भड़के। कहा जाता है के फांसी के दिन भगत सिंह क्रांतिकारी लेनिन की किताब पढ़ रहे थे। और फांसी पर चढ़ने जाने से पहेले उन्होने लेनिन की किताब को अपने सिने से लगा कर जलेर  (अधिकारी) से कहा था –

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